देहरादून शहर के बिल्डरों के हौसले बेहद बुलन्द है क्युकी गलत कार्य करने पर भी प्राधिकरण के अभियंताओं से सेटिंग गेटिंग करके उसी सही साबित करना उनके लिए मामूली चीज है।
हाल मामला जीएमएस रॉड स्थित सोलिटेयर क्राउन का है भारत न्यूज फर्स्ट ने लगभग 7 महीने पहले ये खुलासा किया था कि बिना एसटीपी प्लांट लगाए आखिर इतनी बड़ी सोसायटी को मंजूरी कैसे मिली और नक्शे के विपरित जाकर भी निर्माण कार्य किए गए है।
शिकायत प्राधिकरण मे भी की गई जिसके बाद जांच मे ये बात सही पाई गई जिसके आधार पर सीलिंग के आदेश किए गए लेकिन सीलिंग नहीं हुए।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्राधिकरण के ही एक अभियंता ने मोटी रकम लेकर सीलिंग रुकवाने का काम कराया।
इस सहायक अभियंता की नियुक्ति जिन सेक्टरो में हुई हैँ वहाँ इसका कार्यकाल विवादों से भरा रहा हैँ, सोलीटायर क्राउन में जितने भी पेंटा हाउस बने हैँ उसमे विचलन होने के बावजूद भी इसकी सीलिंग को इन सहायक अभियंता द्वारा बार बार स्थगित किया गया।
अब सवाल ये उठता है कि आखिर कब तक कुछ बेलगाम अधिकारी पूरे प्राधिकरण को सवालों के घेरे मे रखते रहेंगे।
और कब तक बिल्डर प्राधिकरण के आदेशों को सेटिंग गेटिंग से मैनेज करते रहेंगे।