देहरादून
अमर उजाला संवाद में सुबह से ही बॉलीवुड अभिनेता जॉन अब्राहम की एक झलक पाने के लिए दर्शकों का तांता लगा रहा। शाम चार बजे संवाद में जॉन की एंट्री होते ही सीटियां बजने लगीं और फोटो लेने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। इसी दौरान जॉन का डायलॉग बजने लगा कि ””जब-जब अधर्म होगा तब धर्म की रक्षा के लिए मैं सारथी बनकर आउंगा”। इसके बाद अमर उजाला संवाद में स्टेज पर जॉन अब्राहम ने देवभूमि को प्रणाम करते हुए अपनी बात शुरू की।
उन्होंने कहा कि देवभूमि आना मेरे लिए हमेशा लकी साबित होता है। परमाणु और बाटला हाउस के समय भी देवभूमि उत्तराखंड आए थे और यह दोनों फिल्में हिट हो गईं। वेदा भी हिट होगी। वेदा 15 अगस्त को रिलीज हो रही है। इससे पहले जॉन अब्राहम देसी ब्यॉज, गरम मसाला, धूम, दोस्ताना, न्यूयॉर्क, फोर्स, बाटला हाउस और मद्रास कैफे जैसी हिट फिल्मों से अपना जलवा बिखेर चुके हैं। जॉन ने बताया कि महिला सशक्तीकरण पर आधारित एक इमोशनल फिल्म वेदा में वह अभिमन्यु का किरदार निभा रहे हैं।
बतौर प्रोड्यूसर वेदा जॉन की चौथी फिल्म
जॉन अब्राहम ने कहा कि तीन या चार साल से हम वेदा फिल्म बनाने पर काम कर रहे हैं। इसमें महिला सशक्तीकरण पर बात है, वहीं संविधान, जातिवाद और सेना का जिक्र भी है। बतौर प्रोड्यूसर सबसे पहले हमने विक्की डोनर की थी। यह फिल्म बहुत पसंद की गई। इसके बाद मद्रास कैफे, परमाणु और अब वेदा रिलीज होने जा रही है। बतौर प्रोड्यूसर हमारा यह कर्तव्य है कि हम अपने युवा को अपने भारत के इतिहास के बारे में बता सकें।
जॉन अब्राहम ने कहा कि कोई भी फिल्म तभी चलती है कि जब फिल्म अच्छी होती है। अगर फिल्म अच्छी नहीं है तो कितना भी प्रमोशन कर लो फिल्म नहीं चलेगी। जॉन ने अपनी लाइफ स्टाइल के बारे में बताया कि वह एक मध्यम वर्गीय परिवार से आते हैं। उन्हें दिखावा बिल्कुल पसंद नहीं है। सोशल मीडिया से बहुत दूर रहते हैं। साधारण जीवन जीते हैं। इसमें रात 9.30 बजे सोना और सुबह 4.30 बजे उठना है। पार्टी में नहीं जाते। स्मोकिंग और ड्रिंकिग से बहुत दूर रहते हैं। मेरे माता पिता आज भी जरूरत पड़ने पर बस या रिक्शे से चलते हैं।
जॉन ने बताया कि उन्होंने अपनी पहली फिल्म से 2003 में डेब्यू किया था। अभी बहुत इम्प्रूव करना है। आज भी कोई रोल करने से पहले क्लास लेते हैं। कहा कि कॅरिअर के दौर में कुछ अलग विषयों की फिल्मों का चुनाव करना मेरे लिए चुनौती रहा है। हालांकि अच्छी बात यह है कि मेरे फैसले सही साबित हुए। अपने फैसले पर ही फिल्मों का चुनाव करता हूं।
फिटनेस के बारे में जब बात हुई तो कहा गया कि सिर्फ लड़कियां ही नहीं लड़के भी जॉन की फिटनेस के फैन हैं। इस पर जॉन ने युवाओं से कहा कि कोई भी काम करने से पहले शिक्षा बहुत जरूरी है। शिक्षा आपको सही और गलत बताती है। इसके अलावा आपकी फिजिकल फिटनेस बहुत जरूरी है। जीवन में अनुशासन से रहें और खानपान का ध्यान रखें। जंकफूड के सेवन से बचें। जॉन ने बताया कि उन्होंने 30 साल से शुगर और रिफाइंड को हाथ नहीं लगाया है। जॉन ने सभी से जानवरों की रक्षा के लिए अपील की।
बिग, बोल्ड और ब्यूटीफुल के बारे में जॉन अब्राहम ने कहा कि बिग का मतलब मेरे लिए बहुत बड़ा फैसला लेना था, जब हमने प्रोड्यूसर के तौर पर काम करना शुरू किया था। बोल्ड का मतलब मेरे लिए है कि मैं बहुत ही बोल्ड हूं। फिल्म जगत में आदित्य चोपड़ा को अपना गुरु मानते हैं। ब्यूटीफुल का मतलब मेरे लिए मेरी मोटरसाइकिल है। मैं अपनी उससे बहुत प्यार करता हूं। जॉन ने लोगों को दिखावे की दुनिया से दूर रहने को कहा।