हिंदुस्तान मे स्कूल कॉलेज को शिक्षा का मंदिर कहा जाता है। लेकिन लगातार शिक्षा के मंदिर को धंदा बनाने के मामले भी सामने आते रहते है।
आज चर्चा का विषय बना है उत्तराखंड मे प्रशिद्ध और मंडावर मे स्तिथ क्वांटम यूनिवर्सिटी आपको बता दे की देश विदेश से हर वर्ष लगभग चार से पांच हजार छात्र छात्राएं इस यूनिवर्सिटी मे दाखिला लेते है उस के समय बच्चों से सिक्योरिटी फीस के नाम पर पैसे लिए जाते है जो पांच से दस हजार के बीच होते है लेकिन बच्चों का कोर्स खत्म होने के बाद भी ये सिक्योरिटी फीस उनको वापिस नहीं की जाती कुछ को की जाती है लेकिन अधिकांश बच्चों की ये फीस वापिस नहीं की जाती कई कई बार फॉर्म भरवाये जाते है जो बच्चे नजदीक से होते है वो तो जैसे तैसे करके ये पैसे वापिस ले लेते है लेकिन अधिकतर बच्चों की ये फीस वापिस नहीं की जाती।
आप खुद ही अंदाजा लगा सकते है की हर वर्ष कितने बच्चों के ये पैसे वापिस नहीं किये जाते कुछ छात्र छात्राएं ऐसे भी मिले है जो 2016 मे पास आउट हो चुके है लेकिन आज तक भी उनके पैसे वापिस नहीं किये गए ये नए तरीके से पैसे कमाने का जो तरीका ढूँढा गया है भारत न्यूज़ फर्स्ट जल्द ही ग्राउंड जीरो पर इसका खुलासा करेगा।