
उत्तरकाशी
विशेष रिपोर्ट
उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में मंगलवार को आई भयानक आपदा ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया। मलबे और बारिश के कहर से कई लोग घायल हो गए, जिनके समुचित इलाज के लिए सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत हरकत में आते हुए त्वरित चिकित्सा सहायता भेजी।
देहरादून स्थित दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आर.एस. बिष्ट के नेतृत्व में एक अनुभवी और समर्पित डॉक्टरों की टीम उत्तरकाशी रवाना हुई। टीम ने मौके पर पहुंचकर उत्तरकाशी के जिला चिकित्सालय और माटली के चिकित्सालय में राहत और बचाव कार्यों में सक्रिय सहयोग देते हुए घायलों को प्राथमिक उपचार देना शुरू किया। कई गंभीर रूप से घायल लोगों को मौके पर ही स्थिर कर हायर सेंटर के लिए रेफर किया गया, जबकि कई को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
डॉ. बिष्ट ने बताया कि मेडिकल टीम के साथ आवश्यक दवाएं, जीवन रक्षक उपकरण और पर्याप्त मेडिकल सप्लाई भेजी गई है ताकि किसी भी आपात स्थिति से प्रभावी तरीके से निपटा जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड में है और हर जरूरतमंद तक मदद पहुंचाना उनकी पहली प्राथमिकता है।
उत्तरकाशी जैसे दुर्गम क्षेत्र में समय पर चिकित्सकीय सेवा पहुंचाना अपने आप में एक चुनौतीपूर्ण कार्य होता है, लेकिन दून मेडिकल कॉलेज की टीम ने इसे सेवा और संवेदनशीलता के साथ अंजाम देकर एक उदाहरण पेश किया है।
स्थानीय लोगों और प्रशासन ने भी दून मेडिकल टीम के प्रयासों की सराहना की है। इस संकट की घड़ी में डॉक्टरों का यह मानवीय और संवेदनशील रूप एक बार फिर साबित करता है कि आपदा की घड़ी में चिकित्सा कर्मी समाज के सच्चे रक्षक होते हैं।
डॉ. बिष्ट ने बताया कि घायलों को हरसंभव चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए अस्पताल प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और आवश्यकता पड़ने पर और भी संसाधन बढ़ाए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि यह समय सेवा भाव और मानवता दिखाने का है, और उनकी टीम पूरी निष्ठा से इस कार्य में लगी हुई है।
मेडिकल टीम में मौजूद
1. डॉ. आर. एस. बिष्ट, चिकित्सा अधीक्षक
2. डॉ. अरुण पांडे
3. डॉ. चंद्र शेखर
4. संदीप राणा, जनसंपर्क अधिकारी (पी.आर.ओ.)
5. डॉ. गुलशेर
6. डॉ. अमित
7. डॉ. मानवेंद्र
8. डॉ. प्रशांत
9. प्रदीप सेमवाल, फार्मासिस्ट
10. विनोद, ड्राइवर