देहरादून
“वैश्विक सोचो, स्थानीय कार्य करो… और कड़ियों को जोड़ो,” यह कहा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध जलवायु कार्यकर्ता और COP 16 (कोलंबिया) में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकीं एडवोकेट स्नेग्धा तिवारी ने। यह अवसर था 30 नवंबर 2024 का, जब वेस्ट वॉरियर्स सोसाइटी ने अपने प्रोजेक्ट YUWA (यूथ यूनाइटेड फॉर वेस्ट एंड क्लाइमेट एक्शन्स) के तहत छठवां मासिक क्लाइमेट चौपाल आयोजित किया। यह विशेष चौपाल देहरादून के राजपुर स्थित छाया कैफ़े में हुआ, जिसका मुख्य विषय था ग्रीन स्किलिंग और ग्रीन नौकरियां।
इस कार्यक्रम में देहरादून के 30 पर्यावरण-सचेत युवाओं ने भाग लिया। चौपाल ने युवाओं को उभरती हरित अर्थव्यवस्था में मौजूद अवसरों का लाभ उठाने और जलवायु चुनौतियों का सामना कर सतत विकास को बढ़ावा देने पर प्रेरित किया।
कार्यक्रम के दौरान एक प्रभावशाली मुख्य भाषण दिया एडवोकेट अभिजय नेगी ने, जो मेकिंग ए डिफरेंस बाय बीइंग द डिफरेंस (MAD) के संस्थापक अध्यक्ष और प्रमुख पर्यावरण अधिवक्ता हैं। नेगी ने परिपत्र अर्थव्यवस्था में ग्रीन स्किल्स की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा, “जीवन को अगर करीब से देखेंगे तो पाएंगे कि हर चीज़ एक चक्र का हिस्सा है। जो हम देते हैं, वह लौटकर हमारे पास आता है।”
एडवोकेट स्नेग्धा तिवारी ने चौपाल की अनूठी अवधारणा की सराहना करते हुए कहा कि यह युवाओं को जलवायु कार्रवाई के लिए संगठित और सशक्त बनाने का एक बेहतरीन मंच है। उन्होंने युवाओं को अधिक राजनीतिक रूप से सक्रिय होने का आग्रह किया और अपने अंतरराष्ट्रीय अनुभव से प्रेरणादायक उदाहरण साझा किए।
जून 2024 में अपनी शुरुआत के बाद से, क्लाइमेट चौपाल ने देहरादून के 180 से अधिक युवाओं को प्रभावित किया है। यह संवाद और कार्रवाई के लिए एक गतिशील मंच बनकर उभरा है, जो सामूहिक प्रयासों को प्रेरित कर रहा है और पर्यावरणीय जिम्मेदारी की संस्कृति को बढ़ावा दे रहा है। इसके साथ ही, यह देहरादून को अधिक हरित और सतत भविष्य की दिशा में अग्रसर कर रहा है।