देहरादून
मेहनत और अनुशासन से मिलती है सफलता: आईजी विमला गुंज्याल
– मास्टर्स महिला फुटबाल प्रतियोगिता का आयोजन, यूके मास्टर्स दून बना विजेता
सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल में वृहस्पतिवार से नये शैक्षणिक सत्र का आगाज हो गया है। इस मौके पर स्कूल परिसर में 30 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं की फुटबाल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) विमला गंुज्याल ने कहा कि अनुशासन और मेहनत से ही सफलता हासिल की जा सकती है। उन्होंने कहा कि खेलों से तन और मन दोनों स्वस्थ रहते हैं। बलूनी ग्रुप के एमडी विपिन बलूनी ने कहा कि मास्टर्स फुटबाल प्रतियोगिता के माध्यम से विद्यार्थियों को यह संदेश देने का प्रयास किया है कि खेलों से अनुशासन के साथ ही जीतने और सामुदायिक दायित्व की भावना भी आती है। उन्होंने विजेताओं को पुरस्कृत भी किया।
एसबीपीएस परिसर में आयोजित मास्टर्स महिला फुटबाल प्रतियोगिता में चार टीमों ने हिस्सा लिया। इनमें देहरादून मास्टर्स, पौड़ी मास्टर्स, चमोली मास्टर्स और एसबीपीएस की टीमें थे। ये सभी महिलाएं 30 वर्ष से अधिक आयु वर्ग की थी और इसमें 60 साल की महिला ने भी प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। प्रतियोगिता की शुरुआत आईजी विमला गुज्याल ने फुटबाल पर किक मारकर की। इस मौके पर उन्होंने बलूनी ग्रुप द्वारा खेलों को प्रोत्साहन देने की सराहना की। उन्होंने कहा कि महिलाओं को खेलों के लिए मंच देकर स्वस्थ भारत की नींव रखी जा रही है साथ ही बच्चों को भी संदेश दिया जा रहा है कि खेलों से व्यक्ति की सोच सकारात्मक होती है और वह एक्टिव रहता है तो बीमारियांे से भी बचता है।
आईजी विमला गुंज्याल का स्वागत करते हुए बलूनी ग्रुप के एमडी विपिन बलूनी ने कहा कि स्कूल का उद्देश्य बच्चों का चहुंमुखी विकास है। उन्होंने कहा कि मास्टर्स खेलों को बढ़ावा देने के साथ ही हम बच्चों तक यह संदेश भी देना चाहते हैं कि मोबाइल से दूर रहें और खेलों को अपनाएं। खेलों से व्यक्ति चुस्त-दुरस्त रहता है। इस मौके पर उत्तराखंड मास्टर्स फुटबाल एसोसिएशन के संरक्षक संतोष बडोनी ने भी खिलाडियों को शुभकामनाएं दीं।
पहली बार आयोजित ऊत्तराखण्ड मास्टर्स महिला फुटबॉल टूर्नामेंट में चार टीमों यूके मास्टर्स देहरादून, यूके मास्टर्स चमोली, एसबीपीएस देहरादून और यूके मास्टर्स पौड़ी ने प्रतिभाग किया। पहले सेमीफाइनल मैच यूके मास्टर्स देहरादून और पौड़ी मास्टर्स के बीच खेला गया। इस मैच को दून ने 4-0 से जीत लिया। इसके बाद दूसरे सेमीफाइनल में एसबीपीएस देहरादून ने यूके मास्टर्स चमोली को संघर्षपूर्ण मुकाबले 2-1से पराजित कर फाइनल में प्रवेश किया।
फाइनल मैच मे यू के मास्टर्स देहरादून और सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल देहरादून के बीच काफी संघर्षपूर्ण मुकाबला हुवा मैच का परिणाम पेनाल्टी द्वारा किया जिसमें यूके मास्टर्स देहरादून ने 2-1 से फाइनल जीत कर ट्रॉफी जीत ली। फाइनल मैच में यूके मास्टर्स देहरादून की ओर से कल्पना देवली और रेखा रावत ने पेनाल्टी से गोल किया जबकि एसबीपीएस देहरादून की ओर से एकमात्र गोल अंजलि असवाल ने पेनाल्टी से गोल किया। यूके मास्टर्स देहरादून की ओर से कप्तान संतोष रॉय रावत, कल्पना देवली, संगीता असवाल, रेखा रावत ने शानदार खेल प्रदर्शन किया जबकि एसबीपीएस देहरादून की ओर से कप्तान सोनल साह ,अंजलि असवाल एवम मेघना राणा ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया।
प्रतियोगिता में रेफरी की भूमिका इंटरनेशनल रेफरी (एसजीएफआई ) एवं नेशनल रेफरी अशोक वाही रहे। इस मौके पर महिला खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए बॉडी बिल्डर प्रतिभा थपलियाल और जिला खेल अधिकारी निधि बिंजोला भी मौजूद रही।
इस अवसर पर 60 प्लस के इंटरनेशनल फुटबॉल सिल्वर मेडलिस्ट कर्नल मनोज रावत, एलएस पाल, एलएम भट्ट, पीडी तेलंग, जगदीश पोखरियाल, राकेश नेगी ,एसके शार्की, आरपी पोखरियाल, बलबीर असवाल, सुशील राणा, राजेन्द्र असवाल, भूपेंद्र रावत, अजय तिवारी, अमित सकलानी ,चंदन बिष्ट आदि प्रमुख लोग मौजूद रहे।