देहरादून आशारोड़ी के जंगलों मे आशारोड़ी चेक पोस्ट के करीब लगभग 1 बीघा जमीन मे 60 से 70 फिट हाईवे से निकले मलवे कि डंपिंग करा दी गई जिससे कई 100 पेड़ नष्ट हो गए है।
इस संबंध मे जब भारत न्यूज फर्स्ट ने आशारोड़ी रेंजर रविन्द्र से बात कि तो उन्होने बताया कि मुझे महज 15 दिन पहले ही चार्ज मिला है और मे इसकी जांच कराउगा।
उनसे पहले आशारोडी के रेंजर बीडी तिवारी से जब बात कि तो उन्होने जवाब दिया कि उच्च अधिकारियों के आदेश से ये डंपिंग हुई जब उनसे नाम पूछा तो नाम बताने से बचते हुए नजर आए अब सवाल ये है कि एक और जहा हाईवे निर्माण के लिए पहले ही इतने पेड़ काटे जा चुके है तो हाईवे से अलग जंगल कि जमीन मे डंपिंग क्यू सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कम्पनी जो हाईवे का निर्माण कर रही है उसके मालिक अरुण चौधरी ने अधिकारियों से साठ घाट कर डंपिंग बगल मे ही करा दी जिससे कि कई 100 पेड़ इस मलबे मे दफन हो गए और सुख गए।
अब सवाल मंत्री सुबोध उनियाल पर भी खड़े होते है कि आखिर इतना बड़ा कार्य उनकी जानकारी के बिना कैसे हुआ? क्या भ्रष्टाचार इस कदर हावी था कि पैसों कि एवज मे पेड़ो को दफन होने दिया गया।
भारत न्यूज फर्स्ट जल्द ही इसपर बड़ा खुलासा करेगा अब देखने वाली बात ये है कि धामी सरकार इसपर क्या कार्यवाही करेगी।