
मध्यप्रदेश में अब से मोहन ‘राज’, जगदीश-राजेंद्र बनेंगे डिप्टी CM, तोमर होंगे विधानसभा स्पीकर
मोहन यादव का राजनीतिक सफर छात्र राजनीति से शुरू हुआ और इसके बाद 2013 में मोहन यादव पहली बार विधायक बने
मोहन यादव (Mohan Yadav) को मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री (Madhya Pradesh New CM) के रूप में चुना गया है. मोहन यादव निवर्तमान सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रहे हैं और उज्जैन दक्षिण सीट से निर्वाचित हुए थे. भाजपा विधायक दल की आज हुई बैठक में उनके नाम पर मुहर लगी. उन्हें आरएसएस की भी पसंद माना जाता है. उज्जैन जिले से तीन बार के विधायक 58 साल के यादव की नियुक्ति को व्यापक रूप से उनके पूर्ववर्ती शिवराज सिंह चौहान के लिए राजनीतिक राह (कम से कम राज्य में) के अंत के रूप में देखा जा रहा है।
मोहन यादव का राजनीतिक सफर छात्रसंघ सचिव के रूप में शुरू हुआ. इसके बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े और बाद में एबीवीपी के प्रदेश मंत्री भी रहे. इसके बाद 2013 में मोहन यादव पहली बार विधायक बने. इसके बाद 2018 के मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव में उन्हें फिर से चुना गया।
शिवराज सरकार में रहे हैं मंत्री
राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में यादव का प्रभाव तब और मजबूत हुआ, जब उन्होंने 2 जुलाई, 2020 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।