महंगी हुई बिजली! यूपी की जनता को लगेगा तगड़ा झटका
Electricity has become expensive! People of UP will get a big shock

उत्तर प्रदेश में रहने वाले सभी प्रदेशवासियों के लिए आज एक बड़ी खबर सामने आई हैं। यूपीपीसीएल (UPPCL) ने पांच साल बाद फ्यूल सरचार्ज में बढ़ोतरी कर दी है, जिससे अब बिजली उपभोक्ताओं को ज्यादा बिल भरना पड़ेगा। यह बढ़ोतरी सीधे तौर पर आपकी जेब पर असर डालेगी, खासकर गर्मियों में जब बिजली की खपत कई गुना बढ़ जाती है।
क्या है फ्यूल सरचार्ज और क्यों बढ़ा?
फ्यूल सरचार्ज एक अतिरिक्त शुल्क होता है जो बिजली उत्पादन में लगने वाले ईंधन की लागत में उतार-चढ़ाव के आधार पर लगाया जाता है।
यूपीपीसीएल ने इसे 1.24% तक बढ़ाया है।
यह वही है जैसे पेट्रोल-डीजल की कीमतें बाजार के अनुसार बदलती रहती हैं — अब बिजली बिल में भी यही प्रणाली लागू होगी।
गर्मी में जेब पर पड़ेगा असर
गर्मियों में एसी, कूलर और पंखों का इस्तेमाल बढ़ जाता है जिससे बिजली खपत काफी बढ़ जाती है।
खपत ज्यादा होने पर सरचार्ज भी उसी अनुपात में बढ़ जाएगा।
यानी जितनी ज्यादा बिजली उपयोग, उतना ही ज्यादा सरचार्ज — और जाहिर है, उतना ही ज्यादा बिल।
सरकार ने पहले दी थी राहत – अब बदली नीति
उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने हाल ही में मल्टी ईयर टैरिफ रेगुलेशन 2025 लागू किया है।
इसके तहत अब बिजली कंपनियों को हर महीने फ्यूल एंड पावर एडजस्टमेंट सरचार्ज (FPAC) लगाने की अनुमति है।
पहली बार यूपीपीसीएल ने इस अधिकार का इस्तेमाल करते हुए सरचार्ज वसूलने का फैसला किया है।
हो रहा है विरोध
बिजली बिल बढ़ोतरी पर उपभोक्ता परिषद का तीखा एतराज़
उनका कहना है कि यूपीपीसीएल अभी तक 33122 करोड़ रुपये उपभोक्ताओं को लौटाने में असफल रही है।
ऐसे में बिना पारदर्शिता के सरचार्ज लागू करना अन्यायपूर्ण है।
उपभोक्ताओं के लिए जरूरी जानकारी
फ्यूल सरचार्ज हर महीने बदल सकता है, यानी बिजली बिल में हर बार उतार-चढ़ाव हो सकता है।
ज्यादा बिजली इस्तेमाल करने पर यह शुल्क भी ज्यादा लगेगा।
यदि आप बिजली की बचत करते हैं, तो इस बढ़ोतरी का प्रभाव कम पड़ेगा।