
हरिद्वार
परिवहन विभाग में नवचयनित 112 परिवहन आरक्षियों का 21 दिवसीय प्रशिक्षण 1 जून 2025 से 27 जून 2025 तक पुलिस प्रशिक्षण केंद्र, हरिद्वार में सम्पन्न हुआ। प्रशिक्षण के समापन अवसर पर 27 जून को पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया।
प्रशिक्षण की व्यवस्था नोडल अधिकारी डॉ. अनीता चमोला, (संयुक्त परिवहन अधिकारी) द्वारा की गई थी। प्रशिक्षण के दौरान परिवहन विभाग और पुलिस विभाग के अधिकारियों एवं कर्मियों द्वारा आरक्षियों को आवश्यक ज्ञान प्रदान किया गया। इसमें शारीरिक प्रशिक्षण, विभागीय नियमों की जानकारी, यातायात नियंत्रण, प्राथमिक चिकित्सा, सड़क सुरक्षा, बीआईएस ड्यूटी, यात्रा, कुंभ, आपदा आदि से संबंधित विषयों का समावेश रहा।
समारोह में उप परिवहन आयुक्त राजीव कुमार मेहरा , सहायक परिवहन आयुक्त दिनेश चंद्र पांडेय, शैलेश तिवारी, सुनील शर्मा, संदीप सैनी, अरविंद पांडेय , द्वारिका प्रसाद , मनीष तिवारी , रावत सिंह , मोहित कोठारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। पुलिस विभाग की ओर से कुंदन सिंह राणा कोर्स कॉर्डिनेटर, महिपाल सिंह , प्रीतम सिंह आदि भी शामिल हुए।
समारोह के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले परिवहन आरक्षियों को पुरस्कार भी प्रदान किए गए, जिनमें:
• अंत: कक्ष प्रशिक्षण में प्रथम: मो0 शोएब अली सलमानी
• बाह्य कक्ष प्रशिक्षण में प्रथम: प्रिया
• सर्वश्रेष्ठ अनुशासन: अर्चना
• परेड कमांडर: प्रिया
• सर्वोत्तम : अर्जुन सिंह
इस अवसर पर अनंत शंकर ताकौली, पुलिस महानिरीक्षक (प्रशिक्षण), उत्तराखंड द्वारा नव आरक्षियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। सनत कुमार सिंह संयुक्त परिवहन आयुक्त द्वारा परेड का निरीक्षण किया गया।
राज्य गठन के समय परिवहन विभाग में कुल पद 285 थे, जो अब बढ़कर 1049 हो गए हैं। वर्तमान में इनमें से 736 कर्मिक कार्यरत हैं। नई भर्ती में 112 आरक्षी शामिल हुए, जिनमें 34 महिलाएं हैं।
परिवहन आरक्षियों का पद अत्यन्त महत्वपूर्ण है जिनके द्वारा परिवहन विभाग में प्रवर्तन दलों में रहते हुए प्रवर्तन अधिकारियों के साथ सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान किया जाता है। चारधाम यात्रा, कुम्भ मेले आदि में प्रवर्तन सम्बन्धी कार्यवाही के साथ-साथ निर्वाचन, दुर्घटना आदि के समय भी वाहनों की व्यवस्था में अहम भूमिका का निर्वहन किया जाता है।
सभी परिवहन आरक्षी इस प्रशिक्षण के बाद अपनी ड्यूटी हेतु परिपक्व हो गये हैं। इसके बाद सभी परिवहन आरक्षियों को विभागीय कार्यों का प्रशिक्षण दिया जायेगा। विभागीय प्रशिक्षण के बाद सभी परिवहन आरक्षियों की प्रवर्तन दलों, टास्क फोर्स, इंटरसेप्टर दलों, बाईक स्क्वाड आदि में तैनाती कर दी जायेगी। इससे राज्य में सड़क सुरक्षा, दुर्घटना नियंत्रण, प्रभावी प्रवर्तन कार्यवाही, अनाधिकृत संचालन की रोकथाम एवं राजस्व वसूली संबंधित कार्यवाही को और अधिक प्रभावी ढंग से किया जा सकेगा।