देहरादून : सेवला कलां स्थित सोलिटेयर क्राउन जिसमे 90 से अधिक फ्लैट बने हुए है लेकिन एसटीपी प्लांट ही नही बनाया गया है ।
अब ऐसे मे सवाल ये खड़ा होता है की इतनी बड़ी हाउसिंग स्कीम को बिना एसटीपी प्लांट के अनुमति कैसे मिली ? क्या एमडीडीए के किसी अधिकारी की मदद से ये संभव हुआ पर्यावरण प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की अनुमति के बिना एमडीडीए ने कैसे स्वीकृति प्रदान की ?