सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रूड़की स्थित यूनिवर्सिटी संचालक देर शाम अपने साथ एक व्यक्ति को लेकर प्राधिकरण पहुंचा था। जहां वह प्राधिकरण अधिकारियों से किसी बात को लेकर उलझ गया और गाली-गलौच करते हुए कार्यालय में जमकर हंगामा काटा। यही नहीं बीच बचाव के लिए आए कर्मियों को भी नही बख्शा। संचालक ने सबकों देख लेने की धमकी देते हुए अभद्रता कर डाली। इसी बीच हंगामे की सूचना किसी ने पुलिस को दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह मामला शांत कराया। जिसके बाद विभागीय कर्मियों मामला अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया।
देर रात्रि अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद संचालक द्वारा स्टाफ कर्मियों से माफी मांगे जाने पर मामला फिलहाल निपट गया हैं। लेकिन कर्मिकों में नाराजगी बरकार बताई जा रही हैं।
विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों में मामला खूब चर्चा का विषय बना हुआ हैं।
हलांकि किसी भी अधिकारी ने इस मामले जानकारी देने से इंकार कर दिया हैं। कोशिश करने पर केवल मौके पर मौजूद मीडिया कर्मियों के आलावा विभिन्न सूत्रों से इस खबर की जानकारी जुटाई गई हैं।
बताया जा रहा हैं कि संचालक का चर्चित रिश्तेदार पंकज पाठक टिहरी विकास प्राधिकरण में सम्बद्ध है । चर्चा हैं कि देर रात्रि वह भी मौके पर अपने रिश्तेदार के समर्थन प्राधिकरण कार्यालय पहुंचा था। पंकज पाठक पूर्व से ही विवादों मे रहे है, मनचाहा स्थानांतरण करा लेना वा अवैध वसूली करना इसकी फितरत है ,विभाग के ही अधिकारियो के खिलाफ आर टी आई ख़ुद लगाना और लगवाना एवं उनके ख़िलाफ़ खबरे चलवाना जैसे कार्यों को लेकर चर्चाओ मे बने रहते है । सूत्रों के मुताबिक ये सब वो एक आईएएस अधिकारी का संरक्षण प्राप्त होने के कारण करते है जिससे विभाग मे उथल पुथल होती रहे सूत्र यह भी बता रहे हैं कि 2021 में यूनिवर्सिटी संचालक के अनाधिकृत निर्माण पर विभागीय कार्रवाही रूकवाने में इस रिश्तेदार की अहम भूमिका थी।
टिहरी विकास प्राधिकरण में अपने सहयोगियों के खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस करवाना , देहरादून विकास प्राधिकरण में भी ये सिंडिकेट बनाकर काम करते है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इनके सिंडिकेट में विकासनगर के सहायक अभियंता व शशांक सक्सेना लेफ्ट और राइट धोने और पोछने के लिए चेले माने जाते है । अब अगर इस उजाडूब्लध पर किसी अधिकारी ने लगाम नहीं लगाई तो वो दिन दूर नहीं है कि ये अपनी पानी की धारा उनके सर पर ना बहा दे ।