
गुजरात में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को छोड़कर पूरी मंत्री मंडल ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है, जिससे प्रदेश की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। यह निर्णय भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर लिया गया है और राज्य में कैबिनेट विस्तार का मार्ग प्रशस्त हुआ है। नए मंत्रिमंडल का शपथग्रहण समारोह शुक्रवार, 17 अक्टूबर 2025 को गांधीनगर के महात्मा मंदिर में होगा, जिसमें भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहेंगे।
इस्तीफे की वजह और अगले कदम
इस्तीफे से पहले पार्टी की वरिष्ठ नेताओं और मुख्यमंत्री की बैठक हुई थी, जिसमें सभी मंत्रियों को केंद्रीय नेतृत्व के फैसले से अवगत कराया गया।
सूत्रों के मुताबिक, मौजूदा मंत्रियों में से लगभग 5 से 7 को ही दोबारा मौका मिल सकता है, जबकि कैबिनेट में 14 से 16 नए चेहरे शामिल किए जाएंगे।
कैबिनेट विस्तार का मुख्य मकसद प्रशासनिक संतुलन, प्रदर्शन, और आगामी चुनावों की तैयारी है, जिससे संगठन में नई ऊर्जा और नेतृत्व क्षमता आ सके।
भविष्य की रणनीति
विस्तार के तुरंत बाद नई कैबिनेट की बैठक होगी, जिसमें विभागों का बंटवारा किया जा सकता है।
भाजपा नेतृत्व युवा और संगठनात्मक रूप से मजबूत चेहरों को प्राथमिकता देने के साथ आगामी विधानसभा चुनावों के लिए सरकार को नया स्वरूप देने की योजना बना रहा है।



