
वैसे तो प्राधिकरण से जुड़े मामले लगातार चर्चाओ मे रहते है लेकिन इस बार नियमो की धज्जिया उड़ा कर आखिर किसके आदेश पर उत्तर प्रदेश रेरा मे रजिस्टर्ड एक विज्ञापन एजेंसी को हरिद्वार जिले मे बने प्राधिकरण के प्रोजेक्ट्स जो बिक नहीं पाए उनके प्रचार प्रसार का काम दिया गया?
जबकि उत्तराखंड प्राधिकरण से सम्बन्धित किसी भी प्रॉपर्टी का प्रचार प्रसार सिर्फ उत्तराखंड रेरा मे रजिस्टर्ड किसी कम्पनी के ही द्वारा किया जा सकता है तो फिर नियमो को ताक पर रखकर किसके आदेश पर अपने चहीतो को माल चटाया जा रहा है?
बी ओ पी रियल्टी नामक नॉएडा उत्तर प्रदेश की कम्पनी पर आखिर कियु इतनी मेहरबान हो रही हरिद्वार विकास प्राधिकरण?
हरिद्वार विकास प्राधिकरण पहले ही इन फ्लैट्स को नहीं बेच पाया और अपनी फजीहत का ठीकरा इस एजेंसी को दे दिया गया और उसमे भी मलाई चापने का रास्ता ढूढ़ लिया गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बड़ी मिली भगत के बाद ये कार्य किया गया है।