देश भर मे वैसे तो अनेकों इंश्योरेंस कम्पनी है इन्ही मे से एक है डिजिट इंश्योरेंस कम्पनी जिसके ब्रांड एंबेसडर है विराट कोहली इंश्योरेंस करने के नाम पर वैसे तो ग्राहकों से लगातार किश्ते ली जाती है लेकिन क्लेम देने के टाइम पर ग्राहकों को चक्कर कटवाए जा रहे है।
मामला देहरादून का है जहा अपनी इंस्योर्ड कार का डैमेज होने पर जब ग्राहक कार सही कराने आए तो उनको पहले तो चक्कर कटवाए गए फिर ये बात बोली गई की ये कार तो पहले से ही डैमेज्ड है क्या इंश्योरेंस करते टाइम इंश्योरेंस करने वाले ने इस चीज को नही देखा होगा?
2023 के शुरू मे ली गई नई कार जिसके इंश्योरेंस मे 28 हजार रुपए ग्राहक के द्वारा दिए गए। अब जब वो अपनी कार को क्लेम मे रिपेयर कराने आए तो देहरादून मे इस कम्पनी के कर्मचारियों अर्जुन कुमार और सर्वे करने आए आशीष रतूड़ी के द्वारा कहा गया की ये कार तो पुरानी डैमेज है।
सवाल ये है की नई ली गई गाड़ी आख़िर पुरानी डैमेज कैसे हो सकती है, गाड़ी पर आज तक इससे पहले कोई क्लेम भी नही लिया गया।
क्या ऐसी कम्पनियों पर कार्यवाही नही होनी चाहिए आख़िर कैसे ये कंपनियां लोगो की मेहनत की कमाई को हड़पने का काम कर रहीं है?