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जाने कौन है प्राधिकरण का भस्मासुर !

Don't know who is the Bhasmasur of authority!

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मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण जो हमेशा चर्चाओं का विषय रहता है।
इसके पीछे का कारण भारत न्यूज़ फर्स्ट ने पड़ताल कर ढूंढ निकाला है!
प्राधिकरण की संवेदनशील सूचनाओं का एक पत्रकार द्वारा एक अधिकारी को इंगित करके प्रकाशित किया जा रहा है जिसके पेज पर मात्र एक लाइक पोर्टल संचालक की पत्नी के द्वारा किया जाता है भारत न्यूज फर्स्ट के पास उसी तथाकथित पत्रकार की रंगदारी मांगने की वीडियो भी मौजूद है।
जब भारत न्यूज फर्स्ट ने पड़ताल की तो ये पता चला की मुख्यमंत्री कार्यालय का एक अपर सचिव और प्राधिकरण के दो वर्तमान और एक पूर्व अभियन्ता सिंडिकेट बना करके प्राधिकरण के उपाध्यक्ष को निशाना बनाकर बदनाम करना चाह रहे है, जबकि एक विभाग की 200 उत्तराखंड सरकार क़ी फर्जी नियुक्तियों मे मुख्यमंत्री के अपर सचिव सम्मलित रहे है।
214 करोड़ के लक्ष्य को सिर्फ एक मात्र पूरा करने वाले MDDA के उपाध्यक्ष बनाम मुख्यमंत्री उपर सचिव 3 लाख करोड के इन्वेस्टर संमिट के एमओयू पर भारी है इस फर्जीवाड़े मे एक आईएएस अधिकारी द्वारा एक नए आईएएस अधिकारी को टारगेट करना ये दर्शाता है कि राज्य के हाकिम को ये दर्शाया जा सके की वो कितना श्रेष्ठ है।
वही अगर प्राधिकरण के भस्मासुर की बात करे तो प्राधिकरण के 2 वर्तमान और एक पूर्व सहायक अभियन्ता पत्रकार को किसी भी प्रॉपर्टी के गोपनीय दस्तावेज उपलब्ध करा रहे है ताकि उपाध्यक्ष और अधीक्षण अभियंता को बदनाम कर रायता फैलाया जा सके।
अब सबसे बड़ा सवाल ये है की अपने नाम के अनुसार A और B दोनो तरफ खेलने वाले है सहायक अभियन्ता कब तक सहारनपुर के गंजे बंदर के मार्फत इस खेल को खेल पाएंगे?
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हाकिम के करीबी की प्लॉटिंग पर बुलडोजर चलवाने में प्राधिकरण का एक पूर्व अभियन्ता शामिल था पर हाकिम के उपर सचिव के द्वारा हाकिम को ये बताया गया की इसके पीछे अधीक्षण अभियंता का हाथ है जबकि इसके उलट हाकिम का उपर सचिव हाकिम के साथ-साथ विभाग के प्रमुख सचिव को भी गुमराह कर मंत्री के आदेशों को दरकिनार कर एक सहायक अभियंता के स्थानांतरण को नैनीताल से टिहरी सम्बद्ध करा देता है और वही टिहरी के अभियंता देहरादून के एक मॉल मे वसूली करते हुए पाए जाते है उसकी खबर भी प्रमूख समाचार पत्रों मे प्रकाशित होती है।
बहरहाल दीगर बात ये है कि कार्यवाही के नाम पे नतीजा सिफर है, क्योंकि बैटिंग करने मे हाकिम के उपर सचिव सम्मलित है वो अपने आपको चाणक्य समझते है पर भारत न्यूज फर्स्ट खबरों का चाणक्य है अंदर की खबर और राज्य का हाकिम बेखबर? तीन सहायक अभियंताओं के सिंडिकेट का खुलासा पढ़े सिर्फ भारत न्यूज फर्स्ट पर इसी खबर मे सम्मलित कौन है स्वाति किस-किस के रिश्तेदार के नाम पर कहां कहां है अकूत संपत्ति इसका खुलासा जल्द पढ़े भारत न्यूज फर्स्ट पर।

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