उत्तराखण्ड
मंगलवार को अभिनव कुमार, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड द्वारा पुलिस मुख्यालय स्थित सभागार में पुलिस दूरसंचार इकाई के कार्यों की समीक्षा की गयी।
पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस दूरसंचार- कृष्ण कुमार वीके द्वारा उत्तराखण्ड पुलिस दूरसंचार इकाई की जनशक्ति, उपकरणों की वर्तमान स्थिति, चुनौतियों एवं भविष्य की योजना पर प्रस्तुतिकरण के माध्यम से प्रकाश डाला गया।
अमित सिन्हा, अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन द्वारा राजस्व क्षेत्रों से रेगुलर पुलिस क्षेत्र में आए क्षेत्रों में वायरलेस कनेक्टिविटी का पुनः चिन्हिकरण करने के निर्देश दिए। साथ ही ड्रोन सर्विलांस सिस्टम (एन्टी ड्रोन) तकनीक बनाने पर जोर दिया, जिससे संवेदनशील एवं महत्वपूर्ण स्थानों के आस-पास ड्रोन का समय से detection, identification and neutralization किया जा सके।
वी गुरूगेशन, अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस दूरसंचार ने वायरलेस के analogue VHF कम्यूनिकेशन को डिजिटल कम्यूनिकेशन में अपग्रेड करने की कार्ययोजना पर प्रकाश डाला।
समीक्षा बैठक में पुलिस महानिदेशक द्वारा पुलिस दूरसंचार की प्रभावशीलता एवं दक्षता बढ़ाने निम्न दिशा-निर्देश दिये गये-
1. पुलिस दूरसंचार के उपकरणों के सम्बन्ध में BPR&D एवं अन्य राज्यों के मानकों का अध्ययन कर नियतन बनाया जाए।
2. सीसीटीवी मॉनिटरिंग और सर्विलांस के लिए एक महत्वपूर्ण टूल है। जनपदों में स्थापित सभी सीसीटीवी कैमरों की फीड जनपद प्रभारी को एवं सम्बन्धित सर्किल के उनके क्षेत्राधिकारी को उपलब्ध कराएं।
3. जनपदों के कन्ट्रोल रूम को स्मार्ट कन्ट्रोल रूम में अपग्रेड करें।
4. शान्ति एवं कानून व्यवस्था, यातायात प्रबन्धन, महत्वपूर्ण मेलों में भीड़ नियंत्रण आदि में ड्रोन का भी उपयोग करें।
अमित सिन्हा, अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन, वी गुरूगेशन, अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस दूरसंचार, सहित अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।