
देहरादून
सड़क हादसे के मामले में थानेदार की लापरवाही और शराब पीकर ड्यूटी करने के प्रकरण पर पुलिस मुख्यालय ने सख्त रुख अपनाया है। सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति का पालन सुनिश्चित करने के लिए गढ़वाल आईजी राजीव स्वरूप ने शुक्रवार को एसएसपी और अधीनस्थ अधिकारियों की बैठक ली।
उन्होंने स्पष्ट किया कि मित्र पुलिस की छवि को धूमिल करने वाले अपवाद बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। निष्पक्ष जांच के लिए मामले को एसपी ट्रैफिक को सौंपा गया है। साथ ही आईजी ने दारोगा और इंस्पेक्टरों की प्रोफाइलिंग तैयार करने के निर्देश दिए हैं। एक सप्ताह के भीतर सभी की प्रोफाइल तैयार कर डीआईजी कानून व्यवस्था को रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
राजपुर थाने में नवनियुक्त थानेदार की तैनाती पर भी आईजी ने रोक लगाई है। उन्होंने कहा कि अब थानों और कोतवाली में तैनाती केवल साफ छवि और बेहतर पुलिसिंग क्षमता के आधार पर होगी।
बैठक के दौरान आईजी ने सीओजी नंबर पर थानेदारों की अनुपस्थिति और सरकारी फोन न उठाने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि लगातार रेंज स्तर पर भी यह शिकायत मिल रही है कि थानेदार अपने सरकारी फोन नहीं उठाते। इस पर सख्त निर्देश देते हुए आईजी स्वरूप ने चेतावनी दी— अब थानेदार और कोतवालों को सरकारी फोन उठाना ही होगा, अन्यथा कार्यवाही के लिए तैयार रहें।


