
गुजरात में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में कैबिनेट का बड़ा विस्तार हुआ है। 16 मंत्रियों के इस्तीफे के बाद, नए मंत्रिमंडल में कुल 25 नए मंत्री शामिल किए गए हैं। मंत्रिमंडल विस्तार का शपथ ग्रहण समारोह 17 अक्टूबर 2025 को गांधीनगर के महात्मा मंदिर में आयोजित हुआ, जिसमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे।इस विस्तार में सियासी संतुलन, जातिगत और क्षेत्रीय समीकरण का खास ध्यान रखा गया है। नए मंत्रियों में कई नए चेहरे शामिल हैं, साथ ही कुछ पुराने मंत्रियों को भी फिर मौका दिया गया है। खासतौर पर ओबीसी, कोली, पाटीदार और ब्राह्मण जैसे विभिन्न सामाजिक वर्गों का प्रतिनिधित्व बढ़ाने का प्रयास किया गया है।
यह कैबिनेट विस्तार साल 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी के तहत किया गया है, जिससे भाजपा सरकार में नई ऊर्जा और नेतृत्व शामिल किया जा सके। गुजरात में कुल 27 मंत्रियों का गठन हुआ है, जिसमें मुख्यमंत्री के अलावा 25 मंत्री शामिल हैं। इस विस्तार में सौराष्ट्र क्षेत्र को विशेष महत्व दिया गया है क्योंकि वहां आम आदमी पार्टी की पकड़ बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत से अनुमति लेकर नए मंत्रियों की शपथ ग्रहण की प्रक्रिया पूरी की। यह कदम भाजपा की ‘एक व्यक्ति, एक पद’ नीति के तहत भी किया गया। मंत्रालय में शामिल प्रमुख नए मंत्रियों में नरेश पटेल, कांतिलाल अमृतिया, पुरूषोत्तम सोलंकी, अर्जुन मेदवाडिया, कौशिक वेकारिया, त्रिमक छगा, दर्शना बेन आदि के नाम सामने आए हैं।
इस मंत्रिमंडल विस्तार से गुजरात की राजनीति में नई हलचल आई है और यह भाजपा की आगामी चुनाव में मजबूती के लिए एक बड़ा रणनीतिक कदम माना जा रहा है।



