
उत्तरकाशी जनपद के धराली क्षेत्र में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा ने भारी तबाही मचाई है। भूस्खलन, बाढ़ और भारी वर्षा के कारण जन-धन की हानि की आशंका के बीच राहत और बचाव कार्यों को तेज़ और प्रभावी बनाने के लिए उत्तराखंड पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया है। आपदा की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन ने वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में विशेष पुलिस बलों की त्वरित तैनाती कर दी है।
वरिष्ठ अधिकारी मौके पर रवाना
आपदा प्रबंधन कार्यों की निगरानी और समन्वय के लिए भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों को सीधे प्रभावित क्षेत्र में भेजा गया है। इनमें शामिल हैं:
- पुलिस महानिरीक्षक (IG) एसडीआरएफ अरुण मोहन जोशी
- पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र राजीव स्वरूप
- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार राय, अमित श्रीवास्तव (प्रथम), सुरजीत सिंह पंवार, एवं श्वेता चौबे
- 1 डिप्टी कमांडेंट और 11 डिप्टी एसपी स्तर के अधिकारी
ये अधिकारी आपदा राहत कार्यों का नेतृत्व करेंगे और स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर राहत कार्यों को गति देंगे।
विशेष आपदा बल और PAC की तैनाती
आपदा राहत को और अधिक प्रभावी बनाने हेतु सेनानायक IRB द्वितीय, श्वेता चौबे के नेतृत्व में:
- 40वीं वाहिनी पीएसी की विशेष आपदा राहत इकाई (ई कंपनी)
- आईआरबी द्वितीय, देहरादून की सी कंपनी
को भी तुरंत उत्तरकाशी भेजा गया है। ये टीमें विशेष रूप से प्रशिक्षित हैं और उन्हें आवश्यक राहत उपकरणों के साथ रवाना किया गया है।
चार जिलों से पुलिस बल की मदद
आपदा क्षेत्र में तत्काल सहायता प्रदान करने हेतु देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी और टिहरी जिलों से कुल 160 पुलिसकर्मियों (निरीक्षक से आरक्षी स्तर तक) को भी आवश्यक उपकरणों के साथ भेजा गया है। इन पुलिसकर्मियों को संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा ताकि स्थानीय प्रशासन को हरसंभव सहयोग मिल सके।
पुलिस महानिदेशक का संवेदनात्मक संदेश
पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने इस आपदा पर गहरी चिंता और संवेदना व्यक्त करते हुए कहा:
“उत्तरकाशी में हुई इस प्राकृतिक आपदा से जो पीड़ा और नुकसान हुआ है, वह अत्यंत दुखद है। उत्तराखंड पुलिस पूरी संवेदनशीलता और तत्परता के साथ राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी है। हमारा प्रयास है कि हर प्रभावित व्यक्ति तक शीघ्र और सटीक सहायता पहुंचे। सभी तैनात पुलिस बलों को 24×7 राहत कार्यों में निरंतर जुटे रहने के निर्देश दिए गए हैं।”