
देहरादून
देहरादून स्थित प्रसिद्ध परेड ग्राउंड से आज सुबह भारत के सबसे बड़े ‘ज़ीरो-प्लास्टिक’ मैराथन, MADATHON 2025, का शुभारंभ हुआ। देहरादून के महापौर सौरभ थपलियाल ने इस मैराथन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस मैराथन का आयोजन शहर के विभिन्न कॉलेजों और स्कूलों के छात्रों द्वारा किया गया, जिसका उद्देश्य पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाना, सिंगल-यूज़ प्लास्टिक के उपयोग के खिलाफ समाज को प्रेरित करना, और “हरित परिवर्तन” की दिशा में सामूहिक प्रयास को आगे बढ़ाना रहा।
पर्यावरण की रक्षा का संकल्प
परेड ग्राउंड, जो अपनी सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों के लिए जाना जाता है, इस पर्यावरणीय पहल के लिए एक आदर्श स्थल बना। सैकड़ों छात्र-छात्राओं और युवाओं ने इस मैराथन में भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान प्लास्टिक की पानी की बोतलों, थैलियों और कपों की जगह स्टील की बोतलें और पुन: उपयोग योग्य जगों का उपयोग किया गया।
कोई प्लास्टिक नहीं, सिर्फ जागरूकता
आयोजन स्थल पर प्लास्टिक बैनरों और फ्लेक्स की जगह कपड़े और बायोडिग्रेडेबल सामग्री का इस्तेमाल किया गया। साथ ही, चारों ओर लगे पर्यावरण संरक्षण संबंधी नारे और पोस्टर लोगों के आकर्षण का केंद्र रहे, जिनसे जागरूकता का माहौल बना रहा।
महापौर ने की सराहना
कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर महापौर सौरभ थपलियाल ने कहा, “आज का यह आयोजन युवा ऊर्जा और पर्यावरणीय प्रतिबद्धता का प्रतीक है। MADATHON 2025 हमें यह याद दिलाता है कि छोटे-छोटे कदम भी बड़े बदलाव ला सकते हैं।”
महापौर ने इस आयोजन में भाग लेने वाले सभी छात्रों, आयोजकों और नागरिकों की सराहना करते हुए उनके सामाजिक और पर्यावरणीय योगदान को सराहनीय बताया।
एक उदाहरण बना देहरादून
MADATHON 2025 न केवल एक आयोजन था, बल्कि यह युवाओं की एक प्रेरणादायक पहल बन गई है। यह दिखाता है कि यदि इच्छाशक्ति और समर्पण हो तो पर्यावरण-संवेदनशील समाज की दिशा में ठोस कदम उठाए जा सकते हैं।