
देहरादून
एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी की अध्यक्षता में आज आढ़त बाजार पुनर्विकास परियोजना की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में परियोजना से जुड़े सभी प्रमुख बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई और कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पुराने आढ़त बाजार के मालिक अपनी संपत्तियों को रजिस्ट्री के माध्यम से लोक निर्माण विभाग (PWD) को हस्तांतरित करेंगे, साथ ही उन्हें छह माह के भीतर नए आढ़त बाजार में अपना निर्माण कार्य पूर्ण करना होगा। यह परियोजना देहरादून शहर के लिए एक मॉडल प्रोजेक्ट के रूप में विकसित की जा रही है, जो प्रभावित व्यापारियों के सम्मानजनक पुनर्वास और आधुनिक सुविधाओं से युक्त व्यावसायिक परिसर की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी।
उपाध्यक्ष तिवारी ने बताया कि नए आढ़त बाजार में आवंटित भूखंड का 10 वर्षों तक क्रय-विक्रय प्रतिबंधित रहेगा, ताकि पुनर्विकास के मूल उद्देश्य की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने पुराने आढ़त बाजार के चौड़ीकरण कार्य के लिए लेफ्ट और राइट साइड की दो अलग-अलग टीमें गठित करने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि आढ़त बाजार के शिफ्ट होने से सहारनपुर चौक से प्रिंस चौक तक लगने वाले भीषण जाम से जनता को राहत मिलेगी और शहर की ट्रैफिक व्यवस्था अधिक सुव्यवस्थित होगी।
बैठक में मोहन सिंह बर्निया (सचिव, एमडीडीए), गौरव चटवाल (संयुक्त सचिव), संजीव कुमार (वित्त नियंत्रक) समेत अन्य अधिकारी एवं गणमान्य जन उपस्थित रहे।


